रीपा से लोगों को गांवों में ही मिल रहा रोजगार: मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया

लघु और कुटीर उद्योगों के लिए लखौली के रीपा में दो करोड़ रूपए की लागत से विकसित की गई है अधोसंरचना

रायपुर: गौठानों में विकसित किए जा रहे महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क में बड़ी संख्या में गांवों के लोगों को रोजगार मिल रहा है। रायपुर जिले के आरंग के ग्राम लखौली में बनाए गए रीपा में लगभग 13 से अधिक स्व-सहायता समूह की लगभग 100 महिलाओं को नियमित रूप से रोजगार मिल रहा है। यहां महिलाओं द्वारा विभिन्न लघु और कुटीर उद्योगों का संचालन किया जा रहा है। लखौली रीपा में लगभग 2 करोड़ रूपए की लागत से अधोसंरचना विकसित की गई है। यहां लगने वाले लघु उद्योगों के लिए बिजली, पानी, वर्कशेड सहित सभी इंतजाम किए गए हैं।

लखौली रीपा में ग्रामीण महिलाएं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के साथ वाशिंग पाउडर, मशरूम उत्पादन, मुर्गी पालन, अगरबत्ती निर्माण, मसाला निर्माण, अचार बड़ी पापड़, हवाई चप्पल, नमकीन निर्माण, बोरे प्रिटिंग कार्य, दोना पत्तल निर्माण, मिट्टी के विभिन्न बर्तन का निर्माण कर रही हैं। इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। उन्हें अपने गांव में ही रोजगार का अवसर मिल रहा है। इन महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री को सी-मार्ट के माध्यम से बिक्री की व्यवस्था की गई है, इसके अलावा महिला समूह द्वारा हाट-बाजारों में जाकर भी सामग्री की बिक्री की जा रही है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर पिछले साल लखौली में रीपा का शिलान्यास किया था। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को मूर्त रूप देने का काम नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया की देख-रेख में हुआ। लखौली में विकसित किए गए रूरल इंडस्ट्रियल पार्क का शुभारंभ 2 अक्टूबर 2022 को किया गया।

नगरीय प्रशासन मंत्री और क्षेत्रीय विधायक डॉ. डहरिया का मानना है कि रीपा की स्थापना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिल रही है। रोजगार के इच्छुक युवाओं और महिलाओं को उनके गांव में ही रोजगार देने में यह योजना काफी सफल है। रीपा में उत्पादित विभिन्न सामग्रियों गांव के बाजारों और सी-मार्ट के जरिए आसानी से बिक जा रही है। इससे ग्रामीण युवाओं और महिलाओं की आमदनी में काफी इजाफा हो रहा है।

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