गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण के चक्र से बाहर लाकर प्रदेश में कुपोषण की दर में कमी लाने के लिए मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत वर्ष 22-23 में लगभग 1 लाख 46 हजार बच्चों को लाभान्वित किया गया है।
योजना के तहत गंभीर कुपोषित एवं संकटग्रस्त बच्चों को चिकित्सकीय परीक्षण की सुविधा, चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाएं तथा आवश्यकतानुसार बाल रोग विशेषज्ञों से परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। यह सुविधा प्रत्येक विकासखंड में माह में 2 दिवस संदर्भ दिवस के रूप में चिन्हांकित कर प्रदान की जाती है। चिकित्सकीय परीक्षण में बच्चों के संक्रमण की पहचान की जाती है। इसके अतिरिक्त योजना में निजी चिकित्सा परीक्षण संस्थान में अधिकतम 300 रूपये तक स्वास्थ्य जांच की सुविधा दी गई है।
योजना के तहत ’एक हितग्राही को वर्ष भर में अधिकतम 500 रूपये तक की दवाएं तथा आवश्यकता होने पर चिकित्सा अधिकारी के परामर्श से इससे अधिक राशि की दवाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं। निजी शिशु रोग विशेषज्ञ की सेवा पर सम्मान स्वरूप 1000 रूपये का मानदेय एवं 500 रुपये तक यात्रा व्यय देने का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त कुपोषित बच्चों के परिवहन के लिए भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को राशि उपलब्ध कराई जाती है।
Digital For You