जांजगीर-चांपा जिले को मिले ’’हसदेव के हीरो’’
जांजगीर-चांपा,
जिला प्रशासन और यूनिसेफ के तकनीकी सहयोग से ‘‘युवोदय हसदेव के हीरो‘‘ कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी और पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल की उपस्थिति में जिला पंचायत के सभाकक्ष में किया गया। ‘‘युवोदय हसदेव के हीरो‘‘ कार्यक्रम समुदाय के द्वारा, समुदाय के लोगों के लिए शुरू की गई, स्वयंसेवा की एक पहल है। यह मंच स्वयंसेवकों को सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य, किशोर-किशोरियों का संपूर्ण स्वास्थ्य एवं विकास, अभिभावकों का बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भागीदारी एवं युवाओं का योगदान जैसे क्षेत्रों के प्रति लोगों को जागरूक करने और जिले में अपनी सेवा देने के अवसर प्रदान करता है। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी सहित सभी अधिकारी एवं युवोदय हसदेव के हीरो के युवा स्वयंसेवकों को जांजगीर जिले के सर्वांगीण विकास के लिए युवोदय हसदेव के हीरो कार्यक्रम में अपना संपूर्ण योगदान देने की शपथ दिलाई गई।
कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने कहा कि यूनिसेफ पूरी दुनिया के बच्चों के लिए एक सुरक्षित माहौल बनाता है। हसदेव जांजगीर-चांपा जिले की जीवन रेखा है और हसदेव के हीरो भी इसी तरह जिले में अपना सहयोग देकर बेहतर समाज का निर्माण करने में अपनी भूमिका निभायेंगे। युवा समाज में आगे बढ़कर शिक्षा, नशामुक्ति, मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना योगदान देकर समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। ’’हसदेव के हीरो’’ ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में बच्चों के पालकों को शिक्षा के लिए जागरूक करने का कार्य करेंगे। पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल ने कहा कि किशोर अवस्था बनने या बिगड़ने की अवस्था होती है। इस समय सही मार्गदर्शन आवश्यक होता है। मुझे पूरी उम्मीद है कि हसदेव के हीरो कार्यक्रम अपने उद्देश्यों को पूरा करने में सफल रहेगी। युवा चुनौतियों के लिए तैयार रहते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से युवा समाज और प्रशासन के कार्यों में सहयोग देंगे। यूनिसेफ प्रमुख श्री जॉब जकारिया ने कहा कि युवा शक्ति का स्त्रोत है, वह समस्या नहीं समाधान है और यूनिसेफ यह मानता है की युवा शक्ति की ऊर्जा का साकारात्मक दिशा में उपयोग किया जाना चाहिए। इस दिशा में हसदेव के हीरो कार्यक्रम एक प्रयास है।
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्रमुखों ने भागीदारी की और हसदेव के हीरो के लोगो का अनावरण किया। इसके साथ ही विभिन्न सत्र के माध्यम से स्वयंसेवकों को मानसिक स्वास्थ्य, स्वयं सेवा के महत्व, युवाओं की भूमिका, और विभिन्न विषयों पर राज्य सलाहकार श्री अभिषेक त्रिपाठी और चंदन कुमार ने जानकारी साझा की, और वीडियो के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया। ज़िला स्तर पर कार्यक्रम का समन्वय श्री सुनील साहू ईडीएम और यूनिसेफ जिला समन्वयक रेहाना तबस्सुम ने किया।
क्या है ‘‘हसदेव के हीरो‘‘?
जिला प्रशासन, जांजगीर-चांपा एवं यूनिसेफ के तत्वावधान में ’’हसदेव के हीरो’’ नामक कार्यक्रम एक सामुदायिक पहल है। इसका मूल प्रयोजन सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाना है। इस कार्यक्रम से समाज के प्रभावशाली लोगों, उत्प्रेरकों और अन्य व्यक्तियों के लिए मंच तैयार करना है, जिसके माध्यम से सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य के बारे में लोगों को जागरूक कर सकें। साथ ही साथ जिले के किशोर और किशोरियों के स्वास्थ्य एवं पोषण को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त घर के अभिभावकों का अपने बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना भी है। जनभागीदारी को अपना मूल मंत्र मान कर यह कार्यक्रम ऊपर दिए गए इन विषयों पर लोगों एवं समुदाय के व्यवहार परिवर्तन करने हेतु प्रेरित करता है। इस पहल के द्वारा जिले के युवाओं और समुदाय के लोगों से आगे बढ़ने और स्वयंसेवा की भावना से कार्यक्रम का समर्थन करने का आह्वान भी करना है।
कौन बन सकते हैं ‘‘हसदेव के हीरों‘‘-
किसी भी समाज, वर्ग, जाति, समुदाय, व्यवसाय से आने वाले, 15 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति, जो अपनी योग्यता एवं रुचियों के आधार पर इन विषयों में परिवार एवं अपने समुदाय स्तर पर बदलाव लाने को इच्छुक है, वह सभी इस कार्यक्रम से जुड़ सकते हैं। समुदाय में मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना, किशोर-किशोरियों को पोषण, स्वास्थ्य और एनीमिया के प्रति जागरूक करना, जन-भागीदारी हेतु यूनिवर्सिटी एवं कॉलेज मे बिहेवियरल क्लब मेम्बर्स एवं इंटर्न्स को सम्मिलित करना, अपने बच्चों की शिक्षा में अभिभावक की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करना, युवाओं के लिए विचार, नवाचार को रखने के लिए मंच निमार्ण करना, व्यवहार परिवर्तन हेतु संचार एवं संवाद को सघन रूप से उपयोग करना कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियां हैं।