साबुन, सैंपू, डिटर्जेंट निर्माण की ट्रेनिंग पाकर आजीविका की खुली राह
प्रोजेक्ट उन्नति के अंतर्गत मनरेगा में 100 दिन का रोजगार पूरा करने वाले 30 ग्रामीणों को उद्यमिता विकास की ट्रेनिंग दी गई। इसमें 26 महिलाएं एवं 4 पुरुष शामिल है। 6 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में इन सदस्यों को ग्रामीण स्तर पर ही साबुन, सैंपू, डिटर्जेंट, हैंडवॉश, फिनाइल आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। उद्यमिता विकास के गुर सिखने के पश्चात ग्रामीणों के समक्ष आजीविका गतिविधियां संचालित करने की नई राह खुल गई है। प्रशिक्षण पाकर ग्रामीण स्वरोजगार के नये माध्यमों से जुड़कर अधिक आय अर्जित करने की ओर अग्रसर होंगे। जिससे घरेलु और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगी।
लीड बैंक के अधिकारियों ने बताया कि यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान अंतर्गत झांसी महिला संकुल संगठन प्रशिक्षण केन्द्र कोसमबुड़ा छुरा में दिया गया। यह प्रशिक्षण जिला पंचायत गरियाबंद के माध्यम से मनरेगा के अंतर्गत 100 दिन कार्य पूर्ण कर चुके ग्रामीणों को दिया गया। साथ ही इन ग्रामीणों को प्रशिक्षण अवधि में मनरेगा में प्रचलित मजदूरी दर के हिसाब से 6 दिन का मजदूरी भी दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान रायपुर के निर्देशक श्री नवीन कुमार, प्रेम साहू एफएलसी लीड बैंक गरियाबंद सुश्री सालेनी वर्मा प्रशिक्षिका, श्री दिलीप यदु एफएलसी रायपुर उपस्थित रहे।