दीदी की रसोई में मिलने वाली लेमनग्रास चाय, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के मुरीद हुए लोग
आसपास के क्षेत्र में माधवी बनी ‘‘दीदी की रसोई’’ वाली दीदी
कुछ करने के जुनुन ने सफलता का रास्ता दिखाया – माधवी निर्मलकर
जिले के समीप स्थित ग्राम पंचायत भटगांव की बिहान से जुड़ी समूह की महिलाओं ने सफलता की एक नई इबारत लिख दी है। कभी ये महिलाएं परंपरागत कामों में अपना जीवन यापन करती थीं, वहीं आज ’दीदी की रसोई’ नाम से छत्तीसगढ़ी व्यंजन वाली गढ़कलेवा चला रही हैं। भटगांव में दीदी की रसोई के माध्यम से बिहान की महिलाएं रेस्टोरेंट के व्यवसाय में उतरी और कम समय में एक नई कहानी लिख डाली। धमतरी जिले का ग्राम भटगांव पूर्व से लेमनग्रास की खेती हेतु प्रसिद्ध था, लेकिन अब लोग इसे ’दीदी की रसोई’ के लिए भी जानने लगे है। इस रसोई का संचालन शारदा महिला स्व सहायता समूह की श्रीमती माधवी निर्मलकर सहित अन्य सदस्यों द्वारा की जा रही है।
श्रीमती माधवी निर्मलकर ने बताया कि ग्राम पंचायत कार्यालय में रसोई संचालन के लिए आवेदन किया था और चयन होते ही रसोई का संचालन शुरू कर दिया। बिहान समूह की बचत की राशि को कच्चा माल, फर्नीचर, रसोई सजाने में लगाई। गुणवत्तायुक्त व्यंजन, शुद्ध सामग्री का प्रयोग, सही दाम और सफाई ने कुछ ही दिनों में रसोई को शोहरत दे दी। लोग रसोई में मिलने वाली लेमनग्रास चाय, छत्तीसगढ़ी व्यंजन और भोजन के मुरीद हैं। दीदी की रसोई में अधिकारी-कर्मचारी सहित आसपास के मजदूर, ग्रामीण और राहगीर लेमनग्रास चाय, छत्तीसगढ़ी व्यंजन और भोजन करने आते हैं। माधवी ने बताया कि हर माह रसोई से लगभग 5-6 हजार रुपये से अधिक की आय होती है। रसोई के लिए भवन ग्राम पंचायत की ओर से मुहैया कराया गया है और शीघ्र ही दीदी की रसोई रीपा अंतर्गत बनाए गए भवन में संचालित होगा। दीदी की रसोई चलाने वाली बिहान समूह की माधवी बताती हैं कि कभी केवल गृह कार्य व मजदूरी पर ही निर्भर रहते थे, परन्तु दीदी की रसोई ने उन्हें अपनी प्रतिभा जिला स्तर पर लाने का मौका प्रदान किया। अब वे इससे आजीविका के साथ-साथ अपना नाम भी उजागर कर रहीं हैं। इसके लिए वे तथा उनका पूरा समूह परिवार प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और जिला प्रशासन का धन्यवाद करता है। वर्तमान में दीदी की रसोई को ग्रामीण, निकटतम सरकारी संस्थाएं तथा विकासखंड स्तरीय विभिन्न शासकीय आर्डर मिल रहे हैं। चूँकि भटगांव का आईटीआई कॉलेज, उप स्वास्थ्य केंद्र तथा स्कूल जैसी संस्थाने दीदी की रसोई के नजदीक हैं, जिससे यहां आने वाले विद्यार्थी व स्टाफ इनके ग्राहक के रूप में लाभ ले रहे हैं तथा विगत 2 वर्षों में दीदी के रसोई से बिहान जनपद पंचायत धमतरी, कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, उप स्वास्थ्य केंद्र, जनपद स्तरीय बैठक तथा ग्राम पंचायत इत्यादि में होने वाले बैठक से अब तक कुल राशि 2 लाख 43 हजार 876 रुपए का आर्डर प्राप्त हो चुका है तथा भविष्य में इसके बढ़ने की पूरी संभावना है। जिला प्रशासन द्वारा रीपा अंतर्गत भटगांव ग्राम को भी लिया गया है, जिसके तहत दीदी की रसोई की अधोसंरचना पर भी व्यय किया जाना प्रस्तावित है। इसमें ग्राहकों के बैठने की व्यवस्था, कांप्लेक्स, बिजली कनेक्शन इत्यादि का विकास करते हुए इसे राहगीरों के आकर्षण का केंद्र में लाया जाएगा।