भारतीय टीम के लिए ओवल में खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में मुसीबत बढ़ गई हैं। पहली पारी के आधार पर कंगारू टीम को 173 रनों की बड़ी लीड मिली। उसके बाद दूसरी पारी में भी टीम ने 120 से अधिक का स्कोर बनाकर अपनी बढ़त को 300 के करीब पहुंचा दिया। ओवल के मैदान पर इससे पहले 263 का सबसे बड़ा लक्ष्य चेज हुआ था जो 1902 में 121 साल पहले इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। यानी मामला गड़बड़ लग रहा है पर नामुमकिन कुछ नहीं है। इसी बीच टीम इंडिया के लिए एक और टेंशन बढ़ती दिख रही थी अजिंक्य रहाणे की चोट। वही अजिंक्य रहाणे जिन्होंने 89 रन बनाकर टीम को नैया को पूरी तरह डगमगाने से बचाया था।
दरअसल पहली पारी में बल्लेबाजी के दौरान दूसरे दिन व तीसरे दिन रहाणे अंगूठे और उंगली में बॉल लगने के बाद परेशानी में दिखे। कई बार उनका ट्रीटमेंट के लिए फीजियो को ग्राउंड पर आना पड़ा। लेकिन फिर भी वह डटे रहे और ऑस्ट्रेलिया के खतरनाक पेस अटैक के सामने डरे नहीं। हालांकि, बाद में कैमरन ग्रीन के हैरतअंगेज कैच के कारण उन्हें वापस पवेलियन जरूर लौटना पड़ा, पर उससे पहले उन्होंने कंगारू पेसर्स के पसीने छुड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब सवाल यह है कि, चौथी पारी जो टीम इंडिया के लिए बेहद अहम होनी वाली है उसमें उनकी चोट टीम इंडिया के ऊपर कितना असर डालेगी।
रहाणे ने खुद दिया अपनी चोट पर अपडेट
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी तीसरे दिन के दूसरे सत्र में शुरू हो गई थी। पूरे दिन 44 ओवर कंगारू टीम ने खेले जिस दौरान अजिंक्य रहाणे फील्ड पर नहीं उतरे। उन्होंने दिन के खेल के बाद अपनी चोट को लेकर बात की और बताया कि, उनकी यह चोट दर्द जरूर दे रही है पर इससे उनकी बल्लेबाजी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि, मैं अपनी बल्लेबाजी से काफी खुश हूं। आज का दिन अच्छा रहा। हमारा लक्ष्य 320-330 रन की तरफ था लेकिन ओवरऑल दिन अच्छा रहा। इसके बाद उन्होंने उनका शानदार कैच लेने वाले कैमरन ग्रीन की तारीफ करते हुए कहा कि, वो कैच काफी अच्छा था। हम सब जानते हैं कि वह शानदार फील्डर हैं।